गुरुवार, 27 अक्तूबर 2022

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड


 अजा अनादि-सक्ति अबिनासिनि, सदा सम्भु अरधंग-निवासिनी !

जग-सम्भव-पालन-लय, कारिनि, निज इच्छा लीला बपु धारिनि !!

जन्म ना लेने वाली और कभी ना नाश होनेवाली आदि शक्ति और सदा शिव जी की अर्धांगिनी हैं ! संसार को उत्पन्न, पालन  और नाश करनेवाली तथा अपनी इच्छा से खेल के लिया शरीर धारण करने वाली हैं !

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