A Dedicated Blog to Depict Shri Ram Chandra Ramayan Written by Goswami Tulsidas Ji & Shalokas in Hindi
प्रभु जे मुनि परमारथबादी, कहहिं राम कह ब्रह्म अनादि !
सेष सारदा बेद पुराना, सकल करहिं रघुपति-गुन-गाना !!
हे प्रभु ! जो परमार्थवादी मुनि हैं, वे रामचंद्र जी को आदिब्रह्म कहते हैं !
शेषनाग सरस्वती, वेद और पुराण सब रघुनाथ के गुणों का गान करते हैं !
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