मंगलवार, 25 अक्तूबर 2022

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड

 दो :- तेहि अवसर नारद सहित, अरु रिषिसप्त समेत !

समाचार सुनि तुहिन-गिरि, गवने  तुरत निकेत !!

जब नारद जी को उनपर लगते अपयश के बारे में पता लगा तो

 वे सप्तऋषियों को साथ लेकर 

हिमवान के घर के अन्दर गए !

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