A Dedicated Blog to Depict Shri Ram Chandra Ramayan Written by Goswami Tulsidas Ji & Shalokas in Hindi
दो :- तेहि अवसर नारद सहित, अरु रिषिसप्त समेत !
समाचार सुनि तुहिन-गिरि, गवने तुरत निकेत !!
जब नारद जी को उनपर लगते अपयश के बारे में पता लगा तो
वे सप्तऋषियों को साथ लेकर
हिमवान के घर के अन्दर गए !
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