बुधवार, 11 जनवरी 2023

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड



 जबहिं सम्भु कैलासाहि आये, सुर सब निज निज लोक सिधाये !

जगत मातु-पितु सम्भु भवानी, तेहि सिंगार न कहउ बखानी !!

जब शिव कैलाश पर आये तब देवता सब अपने अपने लोक को चल दिए! शिव-पार्वती जगत के

 माता पिता है इसलिए उनका श्रृंगार बखान कर नहीं कहता हूँ ! 


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