A Dedicated Blog to Depict Shri Ram Chandra Ramayan Written by Goswami Tulsidas Ji & Shalokas in Hindi
दो :- चले संग हिमवंत तब, पहुँचावन अति हेतु !
बिबिध भाँती परितोष कर, बिदा कीन्ह वृषकेत !!
तब हिमवान अत्यंत प्रीती के साथ उन्हें पहुंचाने के लिए चले !
बहुत प्रकार से उन्हें समझकर शिव जी ने उन्हें विदा किया !
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