A Dedicated Blog to Depict Shri Ram Chandra Ramayan Written by Goswami Tulsidas Ji & Shalokas in Hindi
दो :- चरति-सिन्धु गिरिजारवन, बेद ना पावहिँ पार !
बरनइ तुलसीदास किमी, अति मति-मन्द गंवार !!
तुलसीदास जी कहते हैं कि पार्वती-शिव के रमण का वर्णन समुद्र है, वेद भी पार नहीं पा सकते !
उसको अत्यंत मन्द बुद्धि वाला गंवार तुलसीदास कैसे वर्णन कर सकता है !
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