शुक्रवार, 10 मार्च 2023

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड


 जग जान षणमुख जनम करम प्रताप पुरुषारथ महा !

तेहि हेतु मैँ बृषकेतू-सुत कर, चरति संछेपहि कहा !!

यह उमा सम्भु बिबाह जे नर, नारि कहहिं जे गावहीं !

कल्यान काज बिबाह मंगल, सर्बदा सुख पावहीं !!

स्वामी कार्तिक के जन्म,कर्म,प्रताप और महान पुरूषार्थ को संसार जानता है ! 

इसलिए शिव जी के पुत्र का चरित्र संक्षेप में ही वर्णन किया है !

 भगवन शिव और पार्वती जी के विवाह की महिमा जो गायेगा

 वह सदा मंगल और सुख पावेंगे !

 

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