राम नांम गन चरित सुहाये, जनम करम अगनित स्तुति गाये !
जथा अनन्त राम भगवाना, तथा कथा कीरति गुन नाना !!
रामचन्द्र के सुन्दर नाम, गुण, चरित्र, जन्म और कर्म का अनेक श्रुतियों ने गान किया है ! जिस तरह रामचन्द्र अनन्त हैं, उसी तरह उनकी कथा और गुण आपार हैं !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें