रविवार, 22 अक्तूबर 2023

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड


 जो गुन रहित सगुन सोइ कैसे, जल-हिम-उपल बिलग नहीँ जैसे !

जासु नाम भ्रम-तिमिर-पतंगा, तेहि किमि कहिय बिमोह प्रसंगा !!

जैसे पानी, पाला और ओला हैं वैसे ही प्रभु सगुन भी हैं और निर्गुण भी ! श्री राम का नाम लेने से ही अन्धकार दूर हो जाता है उनके बारे में अज्ञान की बातें नहीँ कही जा सकती !


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