सोमवार, 5 दिसंबर 2022

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड


 बाजहिं बाजन बिबिध बिधाना, सुमन बृष्टि नभ भई बिधि नाना !

हर गिरिजा कर भयेउ बिबाहू, सकल भुवन भरि रहा उछाहू !!

अनेक प्रकार के बाजे बजते हैं, आकाश  से नाना भाँति के फूलों की वर्षा हुई ! 

शिव पार्वती का विवाह हुआ, जिसका उत्साह सम्पूर्ण जगत में भरपूर छा रहा है !

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