A Dedicated Blog to Depict Shri Ram Chandra Ramayan Written by Goswami Tulsidas Ji & Shalokas in Hindi
दासी दास तुरग रथ नागा, धेनु बसन मनि बस्तु बिभागा !
अन्न कनक-भाजन भरि जाना, दाइज दीन्ह न जाइ बखाना !!
सेवक, सेवकिनी, घोड़ा, रथ, हाथी, गाय, वस्त्र और रत्नादि अलग अलग सोने के बर्तनों में भर भर
दहेज़ दिया जो बखाना नहीं जा सकता !
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