बुधवार, 7 दिसंबर 2022

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड



 दासी दास तुरग रथ नागा, धेनु बसन मनि बस्तु बिभागा !

अन्न कनक-भाजन भरि जाना, दाइज दीन्ह न जाइ बखाना !!

सेवक, सेवकिनी, घोड़ा, रथ, हाथी, गाय, वस्त्र और रत्नादि अलग अलग सोने के बर्तनों में भर भर

 दहेज़ दिया जो बखाना नहीं जा सकता ! 

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