A Dedicated Blog to Depict Shri Ram Chandra Ramayan Written by Goswami Tulsidas Ji & Shalokas in Hindi
पानि-गृहन जब कीन्ह महेसा, हिय हरषे तब सकल सुरेसा !
वेद मन्त्र मुनिबर उच्चरहीं, जय जय जय संकर सुर करहीं !!
जब शिव जी का पाणिग्रहण किया गया तब इन्द्रादि सब देवता मन में प्रसन्न हुए !
मुनिवर वेदमन्त्र पढ़ते हैं और देवता शंकर जी की जय जय जयकार करते हैं !
एक टिप्पणी भेजें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें