A Dedicated Blog to Depict Shri Ram Chandra Ramayan Written by Goswami Tulsidas Ji & Shalokas in Hindi
चौ :- जसि बिबाह के बिधि स्तुति गाई, महामुनिन्ह सो सब करवाई !
गहि गिरीस कुस कन्या पानी, भवहि समरपी जानि भवानी !!
विवाह की जैसे रीति वेदों ने गाई है, महामुनियों ने सब करवाई !
पर्वतराज ने कुश और कन्या का हाथ हाथ में लेकर भवानी जानकर भव को अर्पण की !
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