बुधवार, 28 जून 2023

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड


 दो :- बहुरि कहहु करुनायतन, कीन्ह जो अचरज राम !

प्रजा सहित रघुबंस-मनि, किमी गवने निज धाम !!

हे दयानिधि ! फिर रघुकुल भूषण ने जो आश्चर्य किया वह कहिये और

 फिर प्रज्ञाओं सहित अपने धाम को कैसे गए ?

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