चौ :- पुनि प्रभु कहहु सो तत्व बखानी, जेहि बिज्ञान मगन मुनिज्ञानी !
भगति ज्ञान बिज्ञान बिरागा, पुनि सब बरनहु सहित बिभागा !!
हे प्रभु ! फिर उस सत्य का बखान करिये जिस विशेषज्ञान से ज्ञानी मुनि मग्न रहते हैं
फिर भगति, ज्ञान विज्ञानं और वैराग्य का अलग अलग वर्णन कीजिये !
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