सोमवार, 10 जुलाई 2023

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड

 दो :- मगन ध्यान रस दंड जुग, पुनि मन बाहेर कीन्ह !

रघुपति-चरित महेस तब, हरषित बरनइ लीन्ह !!

दो घड़ी तक शिव जी राम जी के चरित्र में आनन्द मग्न रहे फिर मन को ध्यान से बाहर किया तब प्रसन्न हो कर शिव जी रघुनाथ जी के चरित्र का वर्णन करने लगे !


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