शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

श्री राम चरित्र मानस - बाल काण्ड


 जगत प्रकास्य प्रकासक रामू, मायाधीस ज्ञान-गुन-धामू !

जासु सत्यता तैं जड़ माया, भास सत्य इव मोह सहाया !!

ये सारा जगत प्रकाश्य है और माया के स्वामी, ज्ञानगुन के धाम श्री रामचन्द्र जी प्रकाशक हैं ! जिनके प्रकाश से अचेतन माया दूर हो जाती हैं !


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