बिषय करन सुर जीव समेता, सकल एक तैं एक सचेता!
सब कर परम प्रकासक जोई, राम अनादि अवधपति सोई !!
विषय से इन्द्रियां, इन्द्रियों से देवता और देवताओं से जीवात्मा सब एक दूसरे से प्रकाशित हैँ ! जो सब को परम प्रकाश देने वाले हैँ वहीँ अयोध्या के राजा श्री रामचन्द्र जी हैँ !
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